गजब! तीसरी पास कलाकार ने बनाई 5 फीट 3 इंच की चप्पल, अब निशाने पर गिनीज बुक का रिकॉर्ड

मोहन ढाकले/बुरहानपुर. परिस्थिति जैसी भी है सपने बड़े होने चाहिए. ऐसी ही एक चिलचस्प खबर मध्य प्रदेश के बुरहानपुर से सामने आई. दरअसल नयामतपुरा क्षेत्र में रहने वाले चप्पल निर्माता रमेश दशरथ चित्रे गिनीज बुक में अपना नाम का दर्ज करना चाहते है. उन्होंने कक्षा तीसरी तक पढ़ाई की है. रिकॉर्ड बनाने के लिए उन्होंने रेगजीन मेट से 5 फीट 3 इंच की चप्पल बनाई है. यह चप्पल एक आदमी के हाईट के बराबर है. इस चप्पल का निर्माण मात्र 3 दिन में किया है इस चप्पल में जितनी सामग्री लगी है उसे 15 जोड़ चप्पल बन सकती है. आज तक जिले में इतनी बड़ी चप्पल किसी भी चप्पल निर्माता द्वारा नहीं बनाई गई है.
सामान्यतः एक व्यक्ति की ऊंचाई 5 फीट से 6 फिट होती है. इस चप्पल की ऊंचाई भी एक सामान्य व्यक्ति की हाइट के बराबर ही है. इस चप्पल को टेप से माप तो इसकी हाइट 5 फीट 3 इंच आकी जा रही है. यह मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी चप्पल है जिसको देखने के लिए भी लोग इस चप्पल निर्माता के यहां पर पहुंच रहे हैं.चप्पल निर्माता रमेश का कहना है कि मैंने गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराने के लिए यह चप्पल बनाई है. मेरे द्वारा गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड वेब साईट पर अभी आवेदन भी किया है. यदि इससे भी मेरा वर्ल्ड रिकॉर्ड नाम नही दर्ज नहीं होता है तो मैं आगे 10 फीट की जूती बनाऊंगा.
चप्पल का करते हैं निर्माण
रमेश पिछले 25 वर्षों से चप्पल निर्माण का काम कर रहे हैं उनके पिताजी भी चप्पल जूते बनाते थे जिसके बाद उन्होंने अपने पिता दशरथ से यह कला सीखी और आज वह खुद चप्पल जूते बना रहे हैं. उनके यहां पर चमड़े के जूते चप्पल बनाए जाते हैं.रमेश अपनी दुकान पर आधा दर्जन से अधिक वैरायटी के चप्पल जूते बनाते हैं. इस में कोल्हापुरी लखानी महाराजा जूती चमडे से इसका निर्माण करते हैं जो लोगों को भी खूब पसंद आती है. लोग इन्हें ऑर्डर देकर चप्पल और जूते बनवाते हैं.
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