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नई पीढ़ी, नया रुझान: पटना में कोर्ट मैरिज की संख्या बढ़ी, न्यूनतम खर्च में शादी के चलन ने जोर पकड़ा

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रिपोर्ट : उधव कृष्ण

पटना. राजधानी पटना के युवाओं में इकोनॉमिक शादियों का ट्रेंड जोर पकड़ रहा है. कानूनी रूप से सर्वमान्य व आदर्श विवाह के रूप में अब युगल जोड़ियां कोर्ट मैरिज पर शिफ्ट हो रहे हैं. ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि ऐसा कोर्ट मैरिज के आंकड़े बताते हैं.

प्रेमियों को अपने विवाह में किसी तरह की रुकावट आती दिखती है, तब भी वे कोर्ट मैरिज की ओर रुख कर जाते हैं. इसके अलावा भी कई युगल जोड़े कोर्ट मैरिज को अब एक आसान व बजट फ्रेंडली विकल्प के रूप में देखने लगे हैं. शिक्षा का स्तर बढ़ने से भी कोर्ट मैरिज करनेवालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. पटना जिला रजिस्ट्री कार्यालय, जिसके क्षेत्राधिकार में शहरी क्षेत्र आता है, वहां इस साल दिसंबर तक 1300 से अधिक जोड़ों ने कोर्ट मैरिज की है. ये आंकड़े साल के अंत तक और बढ़ सकते हैं. बता दें कि इस कार्यालय में हर दिन औसतन आधा दर्जन से अधिक जोड़े कोर्ट मैरिज करने आते हैं.

आपके शहर से (पटना)

ऐसे करें शादी की रजिस्ट्री

जागरूकता बढ़ने से पारंपरिक शादी करनेवाले युगल जोड़े भी अपनी शादी की रजिस्ट्री कराने कोर्ट पहुंचते हैं. राजधानी पटना के जिला अवर निबंधक धनंजय राय ने बताया कि कोर्ट मैरिज करनेवालों की संख्या में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष बढ़ोतरी हुई है. वहीं विवाह के बाद इसकी रजिस्ट्री करवानेवालों की संख्या भी पहले से बढ़ी है. जान लें कि विवाह की रजिस्ट्री करवाने के अपने कई फायदें भी हैं. इससे विवाह को कानूनी मान्यता भी प्राप्त हो जाती है. बता दें कि वर्ष 2022 के दौरान अब तक तकरीबन 1100 से अधिक शादियों की रजिस्ट्री करवाई गई है.

कम खर्च में कोर्ट मैरिज

विशेष विवाह अधिनियम 1954 के तहत जिला रजिस्ट्री कार्यालय या अपने अनुमंडल से संबंधित रजिस्ट्री कार्यालय में जाकर युगल जोड़े कानूनी रूप से मान्य विवाह बंधन में बंध सकते हैं. बता दें कि ये वही रजिस्ट्री कार्यालय हैं, जहां जमीन, फ्लैट आदि की रजिस्ट्री होती है. यहां स्थित मैरिज रजिस्ट्रेशन के कमरे में जाकर कोर्ट मैरिज और विवाह की रजिस्ट्री के लिए आवेदन या इसके संबंध में सूचना प्राप्त की जा सकती है. जान लें कि इसकी फीस 500 से भी कम रखी गई है.

आंकड़ों की जुबानी

वर्ष 2022 में कोर्ट मैरिज की संख्या 1365 रिकॉर्ड की गई है, जो बढ़ने की उम्मीद है. वहीं वर्ष 2021 में ये 1197 रिकॉर्ड की गई थी. जबकि वर्ष 2020 में इसकी संख्या 800 के करीब थी. वहीं वर्ष 2019 में कोर्ट मैरिज के आंकड़े 1189 दर्ज किए गए थे. इसके अलावा वर्तमान में शादियों की रजिस्ट्री वर्ष 2022 में 1146 दर्ज की गई है, जो पिछले सालों की तुलना में कहीं अधिक है. आंकड़े बढ़ने के पीछे का कारण बढ़ती जनसंख्या तो है ही, साथ ही लोगों में शिक्षा की वजह से जागरूकता का बढ़ना भी है.

Tags: Bihar News, Court Marriage, PATNA NEWS

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