पाकिस्तान के इलाके वाले पुलिस स्टेशन पर तालिबान का कब्जा, दहशत की वजह से बंद हुए स्कूल
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हाइलाइट्स
तहरीक-ए-तालिबान के आतंकियों ने जेल तोड़, मिलिट्री सेंटर पर किया कब्जा
पुलिस-सेना के अफसर और जवानों को बनाया बंधक, रिहाई के लिए रखी शर्त
अफगानिस्तान जाने के लिए सुरक्षित रास्ता चाहते हैं आतंकी
बन्नू (पाकिस्तान). पाकिस्तान (Pakistan) में 30 आतंकियों (Terrorists) ने जेल तोड़कर मिलिट्री सेंटर में बने पुलिस थाने पर कब्जा जमाया और अफसरों-जवानों को बंधक बना लिया. बीते 3 दिनों से इलाका दहशत में है और मंगलवार को यहां के स्कूल बंद कर दिए गए हैं. प्रशासन को चिंता है कि आतंकी, स्कूलों को भी बंधक बना सकते हैं. तहरीक-ए-तालिबान से जुड़े 30 आतंकियों की मांग है कि उन्हें अफगानिस्तान जाने के लिए रास्ता दिया जाए.
आतंकियों ने 8 अफसरों को बंधक बनाया हुआ है और पाकिस्तान सरकार के सामने मांगें रखी हैं. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान में सक्रिय है, लेकिन इसके ये आतंकी अफगानिस्तान जाना चाहते हैं. गौरतलब है कि तहरीक-ए-तालिबान, अफगाानिस्तान के तालिबान प्रशासकों से पहले ही अलग हो चुका है. प्रांतीय खैबर पख्तूनख्वा सरकार के प्रवक्ता मुहम्मद अली सैफ ने कहा कि आतंकवाद के संदेह में पकड़े गए आतंकियों ने पुलिस अधिकारियों और सैन्य खुफिया अधिकारियों को रिहा करने के बदले में अफगानिस्तान जाने के लिए सुरक्षित मार्ग की मांग की है.
आतंकी स्कूल पर कब्जा कर सकते हैं: सरकारी अधिकारी
जिले के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, “हमें डर है कि तालिबान, उपनगरों में किसी भी स्कूल में घुस सकता है और छात्रों को बंधक बना सकता है. हम कोई जोखिम नहीं उठा रहे हैं और इसलिए हमने आज के लिए स्कूलों को बंद करने का फैसला किया है.” पुलिस स्टेशन बन्नू में एक छावनी क्षेत्र के भीतर है, जो पाकिस्तान के पूर्व स्व-शासित कबायली क्षेत्रों में और अफगानिस्तान की सीमा के पास है. कार्यालयों और सड़कों को बंद कर दिया गया है और क्षेत्र के चारों ओर पुलिस चौकियां स्थापित की गई हैं.
काबुल सरकार से मांगी मदद, बंधकों की रिहाई की लगाई गुहार
वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने एएफपी को बताया कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने काबुल में सरकार से बंधकों की रिहाई में मदद करने के लिए कहा है. टीटीपी ने कहा कि उसके सदस्य इस घटना के पीछे थे और अधिकारियों से उन्हें सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षित मार्ग प्रदान करने की मांग की. स्थानीय सरकार और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सोमवार की रात में, कम से कम 50 पाकिस्तानी तालिबान आतंकवादियों ने वाना में एक और पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया था. अफगान सीमा के करीब और बन्नू से लगभग 200 किलोमीटर दक्षिण में यह हमला हुआ.
टीटीपी ने ली जिम्मेदारी, सेना- पुलिस के अफसर और जवानों को बनाया बंधक
नियंत्रण वापस लेने के लिए सीमा बल के सैनिकों के जाने से पहले समूह ने पुलिस अधिकारियों को बंद कर दिया और हथियार जब्त कर लिए. इसकी जिम्मेदारी टीटीपी ने ली, और कहा कि दो पुलिस अधिकारी मारे गए हैं. अधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर इस घटना को स्वीकार नहीं किया है. टीटीपी 2007 में उभरा था और उसने पाकिस्तान में हिंसा की भयावह लहर को अंजाम दिया था. हालांकि 2014 में शुरू हुए एक सैन्य अभियान के बाद इस आतंकी संगठन को बड़े पैमाने पर कुचल दिया गया था. हालांकि, हमले फिर से बढ़ रहे हैं क्योंकि अफगान तालिबान ने पिछले साल काबुल पर कब्जा कर लिया था, जिसमें अधिकांश सुरक्षा बलों को निशाना बनाया गया था. टीटीपी और इस्लामाबाद के बीच महीनों से चला आ रहा संघर्षविराम पिछले महीने समाप्त हो गया था.
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Tags: Pakistan, Taliban, Terrorists
FIRST PUBLISHED : December 20, 2022, 16:30 IST
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