Hindi News

MP News: सतना के इस दरगाह पर किन्नरों की आस्था, गाजे-बाजे के साथ निकाला बारात, जानें परंपरा


रिपोर्ट- प्रदीप कश्यप

सतना. सतना में एक ऐसी दरगाह है, जहां किन्नरों की गहरी आस्था है. इस दरगाह में चादर चढ़ाने के लिए ये किन्नर बारात के रूप में डीजे की धुन पर नाचते गाते यहां तक पहुंचते हैं. करीब 30 से 35 वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है. पूरे उत्साह पूर्वक किन्नर इस कार्य को करते हैं, इसमें सतना के अलावा प्रदेश के कई जिलों से किन्नरों का ग्रुप शामिल होता है. इसके अलावा आसपास के लोग भी इस अनोखी आस्था में शामिल होते हैं.

जिला मुख्यालय से महज 13 किलोमीटर दूर भटनवारा ग्राम बने ख्वाजा मदनी के दरगाह में चादर चढ़ाते चले आ रहे हैं. किन्नरों का ग्रुप रेलवे स्टेशन से पैदल डीजे के धुन में नाचते गाते हुए चादर लेकर पैदल निकलते हैं. किन्नरों के मुताबिक करीब 30 से 35 वर्ष पहले से दरगाह में चादर चढ़ाने की अनोखी परंपरा को आज भी संजोए हुए हैं और दरगाह की चादर को लेकर पैदल बारात के जैसे सड़कों पर झूमते गाते नजर आये और वर्षों पुरानी परंपरा पूरे हर्षोल्लास के साथ किन्नर बखूबी करते चले आ रहे हैं.

इस बारे में जब किन्नर सन्नो खान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि करीब 30 से 35 वर्षों से दरगाह में चादर चढ़ाने का कार्य कर रहे हैं. हमारा पूरा विश्वास है कि हम जो चाहते हैं जो मांगते हैं बाबा वह मुरादे हमारी पूरी करते हैं. जिसके लिए भी जो मुराद मांगी जाती है, वह पूरी होती हैं. बाबा की कृपा से हमें बहुत कुछ मिला है. इस आयोजन में किन्नरों के अलावा आसपास के लोग और प्रदेश के कई जिलों से इस चादर शरीक होने के लिए लोग शामिल होते हैं.

सन्नो ने बताया कि हमारी गुरु यह परंपरा निभाती थी और उसी परंपरा को हम भी आज निभा रहे हैं. हमारे किन्नरों का ग्रुप 50 का हैं. इसके अलावा तकरीबन 300 लोग इस आयोजन में शामिल होते हैं. यहां चादर चढ़ाना हमारे लिए त्योहार जैसा है.

Tags: Hindu-Muslim, Mp news, Satna news, Unique decision


Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close
Back to top button