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UP: रायबरेली के इस दिव्यांग की कायल हो गई खुद DM, जो एक बार सुन लेता है, भूलता नहीं


रिपोर्ट: सौरभ वर्मा

रायबरेली: रायबरेली में आंखों से 100 प्रतिशत दिव्यांग एक युवक प्रतिभाओं की खान है. यह शख्स आंखों से भले न देख सकता हो लेकिन इनका दिमाग सामान्य व्यक्ति से ज्यादा तेज चलता है. संगीत में रुचि के चलते अब इसे यह अपनी रोजी रोटी का जरिया बनाना चाहते हैं. शहर कोतवाली इलाके के गांधीनगर में रहने वाले शबाब की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. पिता एक मेडिकल स्टोर पर नौकरी करते हैं और माता ग्रहणी हैं. ऐसे में दिव्यांग बच्चे का लालन पालन परिवार पर भारी पड़ रहा था. हालांकि समय के साथ परिजनों की चिंताएं कम होने लगी. शबाब का टैलेंट निखरता जा रहा था. स्कूल में दाखिला कराया गया तो शिक्षक हैरान होने लगे.

शबाब सामान्य बच्चों से ज्यादा तेजी से सब कुछ याद करता और एक बार याद हो जाये तो कभी नहीं भूलता. शबाब अपनी ही धुन में कभी गुनगुनाने लगता तो साथी छात्र उसे भाव विभोर होकर सुनते. शिक्षकों ने शबाब के इस हुनर को देखा तो उसे संगीत विद्यालय में दाखिला दिलाने की जुगत करने लगे. पांच साल पहले शबाब को भातखण्डे संगीत महाविद्यालय के रायबरेली सेंटर पर दाखिला मिल गया.

घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते शबाब जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव से मिलने पहुंचा तो वह भी उसकी प्रतिभा से हैरत में पड़ गईं. शबाब की याददाश्त सामान्य लोगों से कई गुना ज्यादा है इसे समझने के लिए जिलाधिकारीने जब शबाब से 99 का पहाड़ा सुना तो उसने एक सांस में सुना दिया. इसी तरह जब शबाब से कुछ अधिकारियों के सीयूजी नंबर पूछे तो उसने बिना एक पल गंवाए सारे नंबर बता दिए. इतना ही नहीं, जिलाधिकारी ने जब संगीत की समझ परखनी चाही तो उन्हीं के दफ्तर में शबाब ने देशभक्ति गीत सुनाकर सब को भाव विभोर कर दिया. 10वीं में पढ़ रहे शबाब के लिए जिलाधिकारी ने तुरंत जिला सेवायोजन अधिकारी को बुलाकर उसे संगीत प्रशिक्षक की पार्ट टाइम नौकरी दिलाने का निर्देश दिया है.

जिलाधिकारी से मिलकर खुश हूं
जिलाधिकारी से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे दिव्यांग शबाब अली ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि मैडम से मिलकर काफी खुश हूं. वह बचपन से ही अपनी आंखों से देख नहीं सकते परंतु उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से शास्त्रीय संगीत में महारत हासिल कर रखी है. उन्हें अपने जिले के आला अफसरों के सीयूजी नंबर के साथ ही जिले के जनप्रतिनिधियों के नंबर भी रटे हुए हैं. इसी के साथ ही उन्हें 2 से 99 तक का पहाड़ा भी फराटे दार आता है.

जिलाधिकारी ने दिया मदद का भरोसा
वहीं जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने बताया कि शबाब अली दूसरे दिव्यांग जनों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. जिस प्रकार इन्होंने अपने हुनर को निखारा है. इसी प्रकार अन्य दिव्यांग जनों को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए कि अपनी किसी एक क्षमता की कमी के कारण अपने मनोबल को नहीं गिराना चाहिए और जिस क्षेत्र में वह कुछ कर सकते हैं.

Tags: CM Yogi, IAS Officer, Rae Bareli News, School news, UP Divyang Morcha, UP news


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