AMAR UJALA

Bharatpur:श्री कृष्ण युग का है यह मंदिर, यहां के पुजारी अन्न छोड़ सिर्फ पानी के सहारे हैं जीवित..जानिए….

[ad_1]

रिपोर्ट-ललितेश कुशवाहा
भरतपुर. देश में हनुमान जी के अनगिनत मंदिर हैं, जो अपनी किसी न किसी विशेषता को लेकर प्रसिद्ध हैं. एक ऐसा ही मंदिर है भरतपुर जिले के कस्बा हलैना में श्री बनखंडी बालाजी का मंदिर. मान्यता है कि  यह मंदिर श्री कृष्ण के युग का है. इस मंदिर में स्थापित श्री बनखंडी बालाजी प्रतिमा और इसके पास एक करील का पेड़ है, जो पांच हजार साल पुरान है. यहां दूरदराज से भक्त हनुमान जी के दर्शन करने के साथ ही अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं.

मान्यता है कि यहां पर सभी की मनोकामनाएं पूरी होती है. लोगों की मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण ने मथुरा को छोड़कर द्वारिका जाते वक्त बलराम से इसी स्थान पर मंत्रणा की थी. स्थानीय निवासियों का कहना है कि बाबा की धूनी और श्री बनखंडी बालाजी महाराज की रज लगाने से परिवार में सुख शांति रहती है और बुरी आत्माओं से भी छुटकारा मिलता है. मंदिर में सेवारत पुजारी अन्न का त्याग कर चाय और पानी से ही जीवन जी रहे हैं.
धूनी की रज लगाने से परिवार में सुख शांति

स्थानीय निवासी जगदीश ने बताया कि यह मंदिर प्राचीन है. इस मंदिर के प्रति सर्व समाज और सर्वधर्म की आस्था है. मंदिर में श्री बनखंडी बालाजी की प्रतिमा और प्रतिमा के पास में करील का पेड़ लोगों को अपनी ओर खींच लाता है. बाबा की धूनी और श्री बनखंडी बालाजी महाराज की रज लगाने से परिवार में सुख शांति रहती है और बुरी आत्माओं से भी छुटकारा मिलता है.

स्थानीय निवासी सतीश कुमार ने बताया कि इस मंदिर का सन 1992 से जीर्णाेद्धार शुरू कराया जो अभी तक जारी है. इस मंदिर में हिंडोन और बंसी पहाड़पुर का पत्थर ही उपयोग में लिया जा रहा है. इसका निर्माण कार्य में सर्व समाज सर्व धर्म के द्वारा चंदा एकत्रित कर कराया जा रहा है. इस मंदिर पर 2 दर्जन से अधिक देवी-देवताओं की प्रतिमाएं हैं. मंदिर के महंत रवि नाथ महाराज ने साल 1998 से आज तक अन्न का त्याग कर रखा है जो केवल चाय और पानी का ही सेवन करते हैं.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

FIRST PUBLISHED : January 01, 2023, 13:12 IST

[ad_2]

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close
Back to top button